History of coca cola in hindi ||coca cola का इतिहास || coca cola success story in hinhi
दोस्तों अगर आपके यहाँ कोई मेहमान आते है तो आपके दिमाग़ मे coca cola का नाम जरूर आता होगा|coca cola की बात करें तो ठंडा मतलब coca cola अब कंपनी के लिए इससे बड़ी क्या बात हो सकती है|दोस्तों दुनिया मे 100 घर है तो 90 घरो मे coca cola का इस्तेमाल होना जरूरी है|अगर coca cola की बोतल को लाइन से लेटा दिया जाए तो धरती से लेकर चाँद तक 1600 चक्कर काट सकती है अब आप समझ गए होंगे की coca cola की डिमांड कितनी बड़ी है|लेकिन आप जानते है की इतनी बड़ी कंपनी का निर्माण कैसे हुआ|तो दोस्तों चलीए इस पोस्ट के जरिए coca cola के इतिहास ko हम सुरु से जानने की कोशिस करते है|
किसने बनाया coca cola को ?
दोस्तों अमेरिका के एक डॉक्टर थे जिनका नाम जॉन पेबरटन था जिनका जन्म 8 जुलाई 1831 मे हुआ था|जिन्हे बचपन से ही कैमिकल से खेलना बहुत अच्छा लगता था|और उन्हें सिर्फ 19 साल के उम्र मे ही फार्मेसी का लाइसेंस मिल चुका था|वो अपने टैलेंट के मुकाबिक लैब मे कुछ ना कुछ किया करते थे|और वो कुछ नया इंवेंट करना चाहते थे|जिससे की उन्हें कमर्शियल सक्सेस मिले और उन्होंने बहुत सारे ड्रग को इंवेंट किया जो की सब के सब फ़ैल हो गए लेकिन उन्होंने इस बड़े हार से कभी पीछे नहीं हटा|
काफ़ी एक्सपेरिमेंट और मेहतन के बाद फाइनली 8 मई 1886 को एक सिरप तैयार किया|जिसका काम लोगो का सिर दर्द ठीक करना था|सुरुवात के दिनों मे इस सिरप को सैंपल के रूप मे सीसी मे डाल के जॉन पेबरटन के बगल वाले मेडिकल स्टोर पे बेचा जाने लगा|इस सिरप का स्वाद अच्छा ना होने के कारण सिरप को कार्बोनेट सोडा फॉर्म के रूप मे बेचा जाने लगा|हलाकि ये सिरप फ्लॉप तो नहीं हुआ लेकिन सुरुवाती सफलता के लिए बहुत था|इस सिरप का इस्तेमाल लोकल मार्किट मे तेजी से होने लगा|
फिर जॉन पेबरटन ने अपने प्रोडक्ट की बिक्री और बढ़ाने की सोची|लेकिन उससे पहले उन्हें अपने प्रोडक्ट का adertisment करना था|लेकिन उन्हें कोई आईडिया नहीं था की प्रोडक्ट को कैसे advertise किया जाए|फिर उन्होंने अपने बुक कीपर की मदद ली जिनका नाम फ्रेंक रेवियनसन था|addvertise करने से पहले फ्रेंक ने इस सिरप का नाम coca cola रखा और साथ ही साथ कंपनी को एक ट्रेड मार्क भी दिया|फिर coca cola को addvertise किया जाने लगा|और coca cola के पहले साल की बिक्री केवल 25 galon हुई थी|और 2 साल बाद 19 अगस्त 1888 को डॉ.जॉन पेबरटन की मृत्यु हो गई|जिन्होने कभी भी coca cola की सफलता को कभी नहीं देख पाया|
डॉ. जॉन पम्बरटन की मृत्यु के बाद coca cola का सफर
डॉ. पम्बरटन की मृत्यु के बाद उनके पुत्र चार्ल्स कैंडलर ने coca cola को आसा कैंडलर को बेच दिया|अब चार्ल्स कैंडलर coca cola का अकेला मालिक था उसने उसका फार्मूला अपने नाम से पेटेंट करवाया|फिर पेय तैयार करने की फैक्ट्री बनाई और साथ ही साथ बोतल बनाने वाली फैक्ट्री भी बना डाली|
फिर उन्होंने कोल्ड ड्रिंक बेचने के लिए तमाम उपाय उपयोग किये newspaper मे विज्ञापन coupon scheme और योजना के अंतर्गत बोतलों की मुफ्त आपूर्ति|यह सब वे तरीके थे जिससे coca cola की बिक्री 1896 मे 4000 प्रतिशत तक बड़ा दिया|आसा कैंडलर ने डॉ. जॉन पम्बरटन के सिरप को एक प्रॉफिटेबल बीजनस मे बदल दिया|फिर आगे चल कर आसा ने coca cola को अर्नेस्ट वुडरूफ को बेच दिया|
वुडरूफ ने coca cola को खरीदने मे अपने जीवन भर की सारी पूंजी लगा दी और coca cola को अपने बेटे रॉबर्ट वुडरूफ के हवाले कर दिया
रॉबर्ट वुडरूफ ने coca cola के sale को बढ़ाने के लिए तमाम आईडिया पर काम किया|और coca cola की sale बढ़ती चली गई|coca cola की sale अब अटलांटा से निकल कर पूरी दुनिया मे फैलने लगा|
रॉबर्ट ने 1930 मे रेडियो और 1950 मे टीवी के माध्यम से coca cola की advertise का अभियान शुरू किया|जिससे की coca cola की मांग और बढ़ गई|
रॉबर्ट नए एक्सपेरिमेंट और अछूते विचारो पर अमल करने वाला व्यक्ति था उसने एक बार coca cola का फार्मूला बदल दिया जिसे लोगो ने स्वीकार नहीं किया यहां तक की coca cola की sale एक तिहाई से भी कम हो गई|इस स्थिति से रॉबर्ट भी परेशान हुआ लेकिन रॉबर्ट ने घबराया नहीं उसने विभिन्न सर्वे कराए|जिसमे लोगो ने पुराने फार्मूला को ही पसंद किया|
1970 के दशक के मधय मे वह फैसला किया जिसके आधार पर coca cola अमेरिका सीमा से बाहर निकलकर पूरी दुनिया मे फ़ैल गया|
रॉबर्ट ने अमेरिकी एग्जीक्यूटिव से यह डील किया की वह पूरी दुनिया मे जहाँ U. S. Army मौजूद है वहा बिना एडिशनल कॉस्ट के coca cola उपलब्ध कराया|समझौता संपन्न हुआ|
शुरू मे रॉबर्ट को US ARMY को coca cola उपलब्ध कराने पर अतिरिक्त खर्च वहन करना पड़ा मगर यह वह पब्लिसिटी थी जिसने coca cola को पूरी दुनिया मे पेस किया|
रॉबर्ट ने अमेरिकी सेना को 5 अरब से अधिक बोतले प्रदान की|जहाँ जहाँ अमेरिका सेना गई coca cola भी उनके साथ उनके इलाके मे पहुँचती गई|आज धरती पर मौजूद आबादी के 96% लोगो को coca cola का नाम पता है|आज तक coca cola इतनी संख्या मे पी जा चुकी है की अगर इन बोतलों के कैरेट जमीन पर रखना शुरू शुरू किया जाए तो जमीन के हर जगह पर 11 हजार 870 कैरेट आएँगे|
आज हर सेकंड मे दुनिया भर मे 7 हजार से अधिक coca cola पी जा रही है और इस मांग को पूरा करने के लिए दुनिया भर मे coca cola बनाने वाले प्लांट दिन रात लगातार काम कर रहे है|
दोस्तों दुनिया के 200 से ज्यादा देशों मे coca cola के 100 प्लांट है|और इसमें 1,46,200 कर्मचारी काम कर करते है|coca cola कंपनी 3900 तरह के पेय पदार्थ बनती है|यदि आप हर रोज एक पिएंगे तो सभी को चखने मे 9 साल लग जायेगा|हर रोज coca cola की 1900,000,000 बोतले पीयी जा रही है|इसका मतलब हर सेकंड 21,000 बोतले घटक रहे है|
तो दोस्तों ये था coca cola का इतिहास उम्मीद करता हु आपको अच्छा लगा होगा अपना बहुमूल्य समय देने के लिए धन्यवाद........................
दोस्तों अगर आपके यहाँ कोई मेहमान आते है तो आपके दिमाग़ मे coca cola का नाम जरूर आता होगा|coca cola की बात करें तो ठंडा मतलब coca cola अब कंपनी के लिए इससे बड़ी क्या बात हो सकती है|दोस्तों दुनिया मे 100 घर है तो 90 घरो मे coca cola का इस्तेमाल होना जरूरी है|अगर coca cola की बोतल को लाइन से लेटा दिया जाए तो धरती से लेकर चाँद तक 1600 चक्कर काट सकती है अब आप समझ गए होंगे की coca cola की डिमांड कितनी बड़ी है|लेकिन आप जानते है की इतनी बड़ी कंपनी का निर्माण कैसे हुआ|तो दोस्तों चलीए इस पोस्ट के जरिए coca cola के इतिहास ko हम सुरु से जानने की कोशिस करते है|
किसने बनाया coca cola को ?
दोस्तों अमेरिका के एक डॉक्टर थे जिनका नाम जॉन पेबरटन था जिनका जन्म 8 जुलाई 1831 मे हुआ था|जिन्हे बचपन से ही कैमिकल से खेलना बहुत अच्छा लगता था|और उन्हें सिर्फ 19 साल के उम्र मे ही फार्मेसी का लाइसेंस मिल चुका था|वो अपने टैलेंट के मुकाबिक लैब मे कुछ ना कुछ किया करते थे|और वो कुछ नया इंवेंट करना चाहते थे|जिससे की उन्हें कमर्शियल सक्सेस मिले और उन्होंने बहुत सारे ड्रग को इंवेंट किया जो की सब के सब फ़ैल हो गए लेकिन उन्होंने इस बड़े हार से कभी पीछे नहीं हटा|
काफ़ी एक्सपेरिमेंट और मेहतन के बाद फाइनली 8 मई 1886 को एक सिरप तैयार किया|जिसका काम लोगो का सिर दर्द ठीक करना था|सुरुवात के दिनों मे इस सिरप को सैंपल के रूप मे सीसी मे डाल के जॉन पेबरटन के बगल वाले मेडिकल स्टोर पे बेचा जाने लगा|इस सिरप का स्वाद अच्छा ना होने के कारण सिरप को कार्बोनेट सोडा फॉर्म के रूप मे बेचा जाने लगा|हलाकि ये सिरप फ्लॉप तो नहीं हुआ लेकिन सुरुवाती सफलता के लिए बहुत था|इस सिरप का इस्तेमाल लोकल मार्किट मे तेजी से होने लगा|
फिर जॉन पेबरटन ने अपने प्रोडक्ट की बिक्री और बढ़ाने की सोची|लेकिन उससे पहले उन्हें अपने प्रोडक्ट का adertisment करना था|लेकिन उन्हें कोई आईडिया नहीं था की प्रोडक्ट को कैसे advertise किया जाए|फिर उन्होंने अपने बुक कीपर की मदद ली जिनका नाम फ्रेंक रेवियनसन था|addvertise करने से पहले फ्रेंक ने इस सिरप का नाम coca cola रखा और साथ ही साथ कंपनी को एक ट्रेड मार्क भी दिया|फिर coca cola को addvertise किया जाने लगा|और coca cola के पहले साल की बिक्री केवल 25 galon हुई थी|और 2 साल बाद 19 अगस्त 1888 को डॉ.जॉन पेबरटन की मृत्यु हो गई|जिन्होने कभी भी coca cola की सफलता को कभी नहीं देख पाया|
डॉ. जॉन पम्बरटन की मृत्यु के बाद coca cola का सफर
डॉ. पम्बरटन की मृत्यु के बाद उनके पुत्र चार्ल्स कैंडलर ने coca cola को आसा कैंडलर को बेच दिया|अब चार्ल्स कैंडलर coca cola का अकेला मालिक था उसने उसका फार्मूला अपने नाम से पेटेंट करवाया|फिर पेय तैयार करने की फैक्ट्री बनाई और साथ ही साथ बोतल बनाने वाली फैक्ट्री भी बना डाली|
फिर उन्होंने कोल्ड ड्रिंक बेचने के लिए तमाम उपाय उपयोग किये newspaper मे विज्ञापन coupon scheme और योजना के अंतर्गत बोतलों की मुफ्त आपूर्ति|यह सब वे तरीके थे जिससे coca cola की बिक्री 1896 मे 4000 प्रतिशत तक बड़ा दिया|आसा कैंडलर ने डॉ. जॉन पम्बरटन के सिरप को एक प्रॉफिटेबल बीजनस मे बदल दिया|फिर आगे चल कर आसा ने coca cola को अर्नेस्ट वुडरूफ को बेच दिया|
वुडरूफ ने coca cola को खरीदने मे अपने जीवन भर की सारी पूंजी लगा दी और coca cola को अपने बेटे रॉबर्ट वुडरूफ के हवाले कर दिया
रॉबर्ट वुडरूफ ने coca cola के sale को बढ़ाने के लिए तमाम आईडिया पर काम किया|और coca cola की sale बढ़ती चली गई|coca cola की sale अब अटलांटा से निकल कर पूरी दुनिया मे फैलने लगा|
रॉबर्ट ने 1930 मे रेडियो और 1950 मे टीवी के माध्यम से coca cola की advertise का अभियान शुरू किया|जिससे की coca cola की मांग और बढ़ गई|
रॉबर्ट नए एक्सपेरिमेंट और अछूते विचारो पर अमल करने वाला व्यक्ति था उसने एक बार coca cola का फार्मूला बदल दिया जिसे लोगो ने स्वीकार नहीं किया यहां तक की coca cola की sale एक तिहाई से भी कम हो गई|इस स्थिति से रॉबर्ट भी परेशान हुआ लेकिन रॉबर्ट ने घबराया नहीं उसने विभिन्न सर्वे कराए|जिसमे लोगो ने पुराने फार्मूला को ही पसंद किया|
1970 के दशक के मधय मे वह फैसला किया जिसके आधार पर coca cola अमेरिका सीमा से बाहर निकलकर पूरी दुनिया मे फ़ैल गया|
रॉबर्ट ने अमेरिकी एग्जीक्यूटिव से यह डील किया की वह पूरी दुनिया मे जहाँ U. S. Army मौजूद है वहा बिना एडिशनल कॉस्ट के coca cola उपलब्ध कराया|समझौता संपन्न हुआ|
शुरू मे रॉबर्ट को US ARMY को coca cola उपलब्ध कराने पर अतिरिक्त खर्च वहन करना पड़ा मगर यह वह पब्लिसिटी थी जिसने coca cola को पूरी दुनिया मे पेस किया|
रॉबर्ट ने अमेरिकी सेना को 5 अरब से अधिक बोतले प्रदान की|जहाँ जहाँ अमेरिका सेना गई coca cola भी उनके साथ उनके इलाके मे पहुँचती गई|आज धरती पर मौजूद आबादी के 96% लोगो को coca cola का नाम पता है|आज तक coca cola इतनी संख्या मे पी जा चुकी है की अगर इन बोतलों के कैरेट जमीन पर रखना शुरू शुरू किया जाए तो जमीन के हर जगह पर 11 हजार 870 कैरेट आएँगे|
आज हर सेकंड मे दुनिया भर मे 7 हजार से अधिक coca cola पी जा रही है और इस मांग को पूरा करने के लिए दुनिया भर मे coca cola बनाने वाले प्लांट दिन रात लगातार काम कर रहे है|
दोस्तों दुनिया के 200 से ज्यादा देशों मे coca cola के 100 प्लांट है|और इसमें 1,46,200 कर्मचारी काम कर करते है|coca cola कंपनी 3900 तरह के पेय पदार्थ बनती है|यदि आप हर रोज एक पिएंगे तो सभी को चखने मे 9 साल लग जायेगा|हर रोज coca cola की 1900,000,000 बोतले पीयी जा रही है|इसका मतलब हर सेकंड 21,000 बोतले घटक रहे है|
तो दोस्तों ये था coca cola का इतिहास उम्मीद करता हु आपको अच्छा लगा होगा अपना बहुमूल्य समय देने के लिए धन्यवाद........................
Nice information
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