Mowgli real life story | मोगली रियल लाइफ स्टोरी | the jungle book
दोस्तों आज इस पोस्ट मे हम एक एसे व्यक्ति के बारे मे बात करने जा रहे है जिसने द जंगल बुक नमक पुस्तक लिखी और उस कहानी पर कार्टून और मूवी भी बनाई गई दोस्तों हम जिसकी बात कर रे है वो है रुडयार्ड किपलिंग जिसने द जंगल बुक नमक पुस्तक मे मोगली की कहानियो का वर्डन किया है
सबसे पहले द जंगल बुक को 1894 मे रुदयार्ड किपलिंग ने लिखा फिर उनके पिता न बुक को पब्लिश किया था|किपलिंग का जन्म भारत के मुंबई शहर मे हुआ था|
किपलिंग अपने 5 से 6 साल भारत मे बिताने के बाद इंग्लैंड चले गए थे जहाँ 10 साल रहने के बाद वापस भारत आ गए थे| इसी दौरान उन्हें मध्यप्रदेश के पेंच नेशनल पार्क की एक घटना सुनाई आती है जहाँ एक छोटा सा बचा अपने माता पिता से घूम जाता है और फिर काला तेंदुआ जिसे हम बगीरा के नाम से जानते है उसे मिलता है
वह उस छोटे से बच्चे को देख कर पिघल जाता है और भेडियो के झुण्ड मे ले जाता है जहाँ पर उसका पालन पोषण भेडियो का एक जोड़ा करता है और उस प्यारे से बच्चे को जंगल के सभी लोग प्यार करने लगते है और सबका लाडला बन जाता है और उस बच्चे ने जंगल के सभी तौर तरीके सिख लिया था और वह भेडियो के साथ ही रहने लगा लेकिन एक शेर जिसे हम शेर खान के नाम से जानते है वो उस बच्चे को खाने के लिए पीछे पड़ा था लेकिन वह कभी सफल नहीं हो सका
इसी घटना को सुनने के बाद किपलिंग को जंगल बुक लिखने का ख्याल आया फिर द जंगल बुक नाम से अपनी पुस्तक लिखी जिसमे उस बच्चे का नाम मोगली रखा
Third party image reference
जंगल बुक को किपलिंग ने दो भागो मे लिखा था पहला भाग 1894 मे आया और दूसरा भाग 1895 मे आया था किपलिंग की द जंगल बुक उस समय काफ़ी चर्चा मे रही थी फिर इस स्टोरी पर बहुत सारे डायरेक्टर और प्रोडूसर की नज़र पड़ी वे इस पर फ़िल्म वह टी वी सिरिस बनाना चाहते थे इस पर पहली फ़िल्म 1937 मे रोबर्ट जे के द्वारा एलिफेंट बॉय नाम से बनाई गई थी इस सिरिस को वाल्ट डिज्नी पिक्चर के साथ फुमियो कुरोकता न डायरेक्ट किया था
भारत मे इसे सबसे पहले 1993 मे दिखाया गया था जिसे पूरा साल हर रविवार 52 एपिसोड मे दिखाया गया था जिसे भारत मे बच्चों द्वारा बहुत पसंद किया गया था
फिर इसी पर आधारित 8 अप्रैल 2016 को मूवी रिलीज़ की गई जिसे लोगो ने और भी ज्यादा पसंद किया
द जंगल बुक को 1967 मे फ़िल्म अकादमी पुरस्कार से भी नवाजा जा चूका है
दोस्तों वाल्ट डिज्नी ने द जंगल बुक को और भी ज्यादा रोमांचक बनाने के ले कहानी मे बदलाव किय थे
जैसे :-
मोगली का पुस्तक मे रामा नाम रहता है
पुस्तक मे मोगली के चार भाई बहन रहते है जबकि फ़िल्म मे पांच भाई बहन है
पुस्तक मे बघीरा मोगली को बिगड़ता है जबकि फ़िल्म मे गंभीर है
पुस्तक मे शेर खान मोगली और पशुओ द्वारा मारा जाता है जबकि फ़िल्म मे भाग जाता है
फ़िल्म मे बल्लु को एक मजाकिया मुर्ख भालू के रूप मे चित्रित किया गया है जो मोगली का अत्यधिक ध्यान रखता है जबकि पुस्तक मे आलसी भालू है जो मोगली को जंगल का क़ानून सिखाता है
पुस्तक मे भेड़िए एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते है जबकि फ़िल्म मे भेड़िए केवल कहानी के सुरुवात मे हैतो दोस्तों ये थी जंगल बुक के पीछे की कहानी आशा करता हु आपको अच्छी लगी होगी अपना बहुमूलय समय देने के लिए धन्यवाद
दोस्तों आज इस पोस्ट मे हम एक एसे व्यक्ति के बारे मे बात करने जा रहे है जिसने द जंगल बुक नमक पुस्तक लिखी और उस कहानी पर कार्टून और मूवी भी बनाई गई दोस्तों हम जिसकी बात कर रे है वो है रुडयार्ड किपलिंग जिसने द जंगल बुक नमक पुस्तक मे मोगली की कहानियो का वर्डन किया है
सबसे पहले द जंगल बुक को 1894 मे रुदयार्ड किपलिंग ने लिखा फिर उनके पिता न बुक को पब्लिश किया था|किपलिंग का जन्म भारत के मुंबई शहर मे हुआ था|
किपलिंग अपने 5 से 6 साल भारत मे बिताने के बाद इंग्लैंड चले गए थे जहाँ 10 साल रहने के बाद वापस भारत आ गए थे| इसी दौरान उन्हें मध्यप्रदेश के पेंच नेशनल पार्क की एक घटना सुनाई आती है जहाँ एक छोटा सा बचा अपने माता पिता से घूम जाता है और फिर काला तेंदुआ जिसे हम बगीरा के नाम से जानते है उसे मिलता है
वह उस छोटे से बच्चे को देख कर पिघल जाता है और भेडियो के झुण्ड मे ले जाता है जहाँ पर उसका पालन पोषण भेडियो का एक जोड़ा करता है और उस प्यारे से बच्चे को जंगल के सभी लोग प्यार करने लगते है और सबका लाडला बन जाता है और उस बच्चे ने जंगल के सभी तौर तरीके सिख लिया था और वह भेडियो के साथ ही रहने लगा लेकिन एक शेर जिसे हम शेर खान के नाम से जानते है वो उस बच्चे को खाने के लिए पीछे पड़ा था लेकिन वह कभी सफल नहीं हो सका
इसी घटना को सुनने के बाद किपलिंग को जंगल बुक लिखने का ख्याल आया फिर द जंगल बुक नाम से अपनी पुस्तक लिखी जिसमे उस बच्चे का नाम मोगली रखा
Third party image reference
जंगल बुक को किपलिंग ने दो भागो मे लिखा था पहला भाग 1894 मे आया और दूसरा भाग 1895 मे आया था किपलिंग की द जंगल बुक उस समय काफ़ी चर्चा मे रही थी फिर इस स्टोरी पर बहुत सारे डायरेक्टर और प्रोडूसर की नज़र पड़ी वे इस पर फ़िल्म वह टी वी सिरिस बनाना चाहते थे इस पर पहली फ़िल्म 1937 मे रोबर्ट जे के द्वारा एलिफेंट बॉय नाम से बनाई गई थी इस सिरिस को वाल्ट डिज्नी पिक्चर के साथ फुमियो कुरोकता न डायरेक्ट किया था
भारत मे इसे सबसे पहले 1993 मे दिखाया गया था जिसे पूरा साल हर रविवार 52 एपिसोड मे दिखाया गया था जिसे भारत मे बच्चों द्वारा बहुत पसंद किया गया था
फिर इसी पर आधारित 8 अप्रैल 2016 को मूवी रिलीज़ की गई जिसे लोगो ने और भी ज्यादा पसंद किया
द जंगल बुक को 1967 मे फ़िल्म अकादमी पुरस्कार से भी नवाजा जा चूका है
दोस्तों वाल्ट डिज्नी ने द जंगल बुक को और भी ज्यादा रोमांचक बनाने के ले कहानी मे बदलाव किय थे
जैसे :-
मोगली का पुस्तक मे रामा नाम रहता है
पुस्तक मे मोगली के चार भाई बहन रहते है जबकि फ़िल्म मे पांच भाई बहन है
पुस्तक मे बघीरा मोगली को बिगड़ता है जबकि फ़िल्म मे गंभीर है
पुस्तक मे शेर खान मोगली और पशुओ द्वारा मारा जाता है जबकि फ़िल्म मे भाग जाता है
फ़िल्म मे बल्लु को एक मजाकिया मुर्ख भालू के रूप मे चित्रित किया गया है जो मोगली का अत्यधिक ध्यान रखता है जबकि पुस्तक मे आलसी भालू है जो मोगली को जंगल का क़ानून सिखाता है
पुस्तक मे भेड़िए एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते है जबकि फ़िल्म मे भेड़िए केवल कहानी के सुरुवात मे हैतो दोस्तों ये थी जंगल बुक के पीछे की कहानी आशा करता हु आपको अच्छी लगी होगी अपना बहुमूलय समय देने के लिए धन्यवाद
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