Breaking

Sunday 13 October 2019

जोसफ एंटोनी फर्डिनेंड प्लूटो की 218 वी जयंती पर गूगल ने अपने डूडल मे सम्मान दिया है

जोसफ एंटोनी फर्डिनेंड प्लूटो की 218 वी जयंती पर गूगल ने अपने डूडल मे सम्मान दिया है |
जोसफ एंटोनी फर्डिनेंड प्लूटो की 218 वी जयंती पर गूगल ने अपने डूडल मे सम्मान दिया है


दोस्तों गूगल के डूडल मे ये क्या दिखाया जा रहा है, क्या आप जानते है ये क्या है?

अगर नहीं जानते तो हम आपको बताते है, कि ये एक तरह का उपकरण है, जिससे की चलती छवि का भ्रम पैदा करके सिनेमा का जन्म किया जाता है |

दोस्तों इस अविष्कार को करने वाले जोसफ एंटोनी फर्डिनेंड पठार जिनके 218 वा जन्मदिन के अवसर पर गूगल ने अपने डूडल मे उन्हें सम्मान दिया है |

तो दोस्तों चलिए जानते है जोसफ एंटोनी फर्डिनेंड प्लूटो के बारे मे |

जोसफ एंटोनी फर्डिनेंड प्लूटो का जन्म 18 अक्टूबर 1801 को बेल्जियम मे हुआ था, जोसफ एंटोनी फर्डिनेंड पठार मूल रूप से बेल्जियम के थे और एक भौतिक वैज्ञानिक थे , ये वह उस समय के पहले व्यक्ति थे, जिन्होंने सबसे पहले चलित छवि (फोटो) को प्रदर्शित किया जिसे अभी हम एनीमेशन बोलते है |

जोसफ एंटोनी फर्डिनेंड प्लूटो ने इस उपकरण की खोज 1832 मे की और इस उपकरण का नाम फेनाकिस्टिस्कोप रखा गया था |


जोसफ एंटोनी फर्डिनेंड प्लूटो बेल्जियम के भौतिकशास्त्री थे। वह चलती छवि के भ्रम को प्रदर्शित करने वाले पहले लोगों में से एक थे। ऐसा करने के लिए, उन्होंने एक पर गति की छोटी वेतन वृद्धि में खींची गई छवियों को दोहराते हुए और दूसरे में नियमित रूप से स्लेट किए गए काउंटर रोटिंग डिस्क का उपयोग किया। उन्होंने 1832 के इस उपकरण को बुलाया |

जोसफ एंटोनी फर्डिनेंड प्लूटो ने लॉ की उपाधि प्राप्त की थी, लेकिन वे आगे चल कर उन्नीसवीं सादी के
सबसे प्रसिद्ध बेल्जियम वैज्ञानिकों में से एक बन गए, जिसे शारीरिक प्रकाशिकी के अध्ययन के लिए याद किया गया, विशेष रूप से मानव रेटिना पर प्रकाश और रंग का प्रभाव।

इनकी मृत्यु 15 सितम्बर 1883 को घेंट बेल्जियम में हुई।

No comments:

Post a Comment